सृजन भूमि 36 न्यूज़ सूत्रों के अनुसार (बिलासपुर /मस्तूरी
डबरी निर्माण में घोटाले की शिकायत और जांच के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं?
आखिर मस्तूरी में मनरेगा विभाग में क्यों हो रहा है भ्रस्टाचार…
मस्तूरी -भ्रस्टाचार का गढ़ कहे जाने वाले मस्तूरी में इन दिनों एक बार फिर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। डबरी निर्माण कार्य मे मजदूरों के बजाए मशीन से काम करा कर राशि आहरण करने का मामला सामने आया है।
दरसल पूरा मामला बिलासपुर मस्तूरी जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत धुरवाकारी का है जहां वर्ष 2020 -21 में मनरेगा के तहत हितग्राही धर्मेन्द्र भारद्वाज के नाम पर 2 लाख 48 हजार की राशि से डबरी पास कराया गया था जिसे इंजीनियर प्रमोद बंजारे और मनरेगा के कार्यकम अधिकारी रुचि विश्वकर्मा के द्वारा निर्देश देकर रोजगार सहायक के द्वारा मशीन से कार्य करा कर मजदूरों के नाम पर मस्टर रोल निकाल कर राशि का गलत तरीके से आहरण किया गया। शिकायत कर्ता धर्मेन्द्र भारद्वाज ने मस्टर रोल पर फर्जी हस्ताक्षर करने का भी आरोप लगाया है साथ ही स्वयं हितग्राही के नाम पर रोजगार सहायक के द्वारा मस्टर रोल जारी कर हितग्राही का फर्जी सिग्नेचर कर मस्टर रोल जमा किया गया है। मनरेगा के तहत बनाये गये डबरी में लापरवाही को छिपाने के लिए सूचना पटल भी नही बनाया गया है ताकि लोगो को कार्य स्वीकृति के बारे में जानकारी न हो सके। जानकारी के बाद हितग्राही ने जनपद पंचायत मस्तूरी और जिला कलेक्टर से शिकायत कर मामले पर जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया। मामले पर टीम गठित कर जांच किया गया था। मस्तूरी के कार्यक्रम अधिकारी की संरक्षण की वहज से दोषियों पर अब तक कोई कायवाही नही हो पाया है। साल भर बीत जाने के बाद एक बार फिर हितग्राही ने शिकायत कर निष्पक्ष जांच करने की अपील किया! जिला पंचायत की टीम ने मौके पर जाकर जांच किया। फिलहाल टीम के द्वारा अब तक कोई रिपोर्ट नही आया है।रिपोर्ट पर ही मामले का खुलासा होगा।
आखिर मस्तूरी में मनरेगा विभाग में क्यों हो रहा है भ्रस्टाचार…?