छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस: EOW ने अनवर, अरविंद और एपी को कोर्ट में किया पेश, 18 अप्रैल तक बढ़ा रिमांड

आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानी ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में आरोपी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और अरुणपति त्रिपाठी को आज रायपुर कोर्ट में पेश किया।
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानी ईओडब्ल्यू ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में आरोपी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और अरुणपति त्रिपाठी को आज रायपुर कोर्ट में पेश किया। शराब घोटाले मामले में आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया। इसके बाद ईओडब्ल्यू ने विशेष कोर्ट में पेशकर रिमांड मांगी है। त्रिपाठी को न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी की कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से तीनों की रिमांड बढ़ाने की मांग की। इस पर कोर्ट ने 18 अप्रैल तक रिमांड बढ़ा दी है। यानी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और एपी त्रिपाठी 18 अप्रैल तक पूछताछ के लिए एसीबी की रिमांड पर रहेंगे।
ईओडब्ल्यू ने इस केस में रायपुर मेयर एजाज ढेबर के बड़े भाई आरोपी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह का रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया। मामले में अरविंद सिंह ने जमानत याचिका लगाई है, जिस पर विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ की एसीबी टीम ने बिहार के गोपालगंज मेंपूर्व आईपीएस अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार की थी। वह जनवरी महीने से फरार चल रहे थे। छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बिहार पुलिस की मदद से गोपालगंज के भोरे थाना क्षेत्र के सिसई गांव में छापेमारी कर गिरफ्तार किया था।शराब घोटाला के है आरोपी
छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी प्रकाश पति त्रिपाठी के पुत्र अरुणपति त्रिपाठी छत्तीसगढ़ में अबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव रह चुके हैं। उन पर नौकरी में रहते हुए 776 करोड़ का शराब घोटाला करने का आरोप लगा है।
जनवरी से चल रहे थे फरार
छत्तीसगढ़ पुलिस की मानें तो अरुणपति त्रिपाठी नौ माह तक जेल में रहने के बाद बाहर निकले थे और बीते जनवरी माह से ही मोबाइल बंद कर फरार चल रहे थे। इन पर ईडी ने भी केस दर्ज कर रखा है। जनवरी से छत्तीसगढ़ पुलिस और ईडी की टीम इनकी तलाश कर रही थी। इसी बीच टीम को सूचना मिली कि अरुणपति त्रिपाठी गोपालगंज में छिपे थे। इसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद आरोपी अरुपपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया।