गुरु दर्शन मेला तेलासीपुरी धाम पर्यटन स्थल पहुचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दिया बड़ा सौगात, गुरु अमरदास जलाशय का होगा निर्माण व सौंदर्यकरण
बलौदाबाजार,12 अक्टूबर 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बाबा गुरू घासीदास की कर्मभूमि एवं सतनामी पंथ के संत अमरदास की तपोभूमि तेलासीपूरी धाम में आयोजित गुरु दर्शन मेला में शामिल हुए। उन्होंने गुरु गद्दी की पूजा-अर्चना कर लिया आशीर्वाद और छत्तीसगढ़ प्रदेशवासियों की ख़ुशहाली और समृद्धि की कामना। इस अवसर पर तेलासीपुरी धाम सर्वोच्च गुरु गद्दीनशीन श्री आसम दास साहेब की उपस्थिति के साथ कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा,सांसद जांजगीर चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े,पूर्व विधायक सनम जागड़े,कलेक्टर दीपक सोनी एसपी विजय अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में राजमहन्त,संत और श्रद्धालु गण उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय व सर्वोच्च गुरु आसमदास साहेब का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया।
*तेलासीपुरी का ऐतिहासिक महत्व*
जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से लगभग 40 किलोमीटर दूर भैसा से आरंग मार्ग में ग्राम तेलासी स्थित है। जहां पर बाबा गुरू घासीदास की कर्मभूमि एवं सतनामी पंथ के संत अमर दास की तपोभूमि जिसे स्थानीय लोग तेलासी बाड़ा भी कहते हैं। सतनाम पंथ के लोगों के लिए यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। 1840 के लगभग तेलासी बाड़ा का निमार्ण गुरु घासीदास के द्वितीय पुत्र बालक दास द्वारा निर्माण किया गया और उनका तेलासी बाड़ा में जीवन यापन चलता रहा। गुरु बालक दास के मृत्यु के बाद 1911 में तेलासी के साथ 273 एकड़ जमीन गणेशमल के पास गिरवी के द्वारा काबिज किया गया था, जिसे समाज के सर्वोच्च गुरु असकरणदास एवं राजमहंत नैन दास कुर्रे के नेतृत्व 103 समाज के लोग जेल गए थे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर तेलासीपूरी धाम विकास कार्योंओ के लिए
मुख्यमंत्री ने तेलासी गुरुद्वारा बाड़ा विकास के लिए 3 करोड़ दिए
18 लाख रुपए, मुख्य मंदिर से मुख्य सड़क तक सीसी रोड व गैतरा मेन रोड से बोहारडीह नाला तक सड़क, गुरु अमरदास जलाशय का सौंदर्याकरण तथा अनुसूचित जाति छात्रावास तेलासी में 50 अतिरिक्त सीट के लिए भवन बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री साय ने विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व सत्य की विजय व बुराई पर अच्छाई की जीत का
पलारी। सीएम विष्णु देव साय संबोधित करते हुए।
प्रतीक है। इस दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है, लेकिन हमें काम, क्रोध, मद, लोभ रूपी बुराई पर विजय प्राप्त करने की आवश्यकता है। समाज में छुआछूत और असमानता को दूर करने 18 वीं सदी में बाबा गुरु घासीदास अवतरित हुए। उन्होंने मनखे-मनखे एक सामान का संदेश दिया। हमारी सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए काम कर रही है।
समाज में दशहरा पर गुरु दर्शन की परम्परा
खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि सतनामी समाज में विजयादशमी के दिन गुरु दर्शन की परम्परा है। गुरु के दर्शन से प्रेरणा लेकर सतनामी समाज आगे बढ़ रहा है। समाज शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़े, सामजिकजन समाज हित में काम करने भावी पीढ़ी को जागृत करें। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास का उपदेश समाज को जोड़ने और एकरूपता लाने वाला है।
समाज के विकास का मूल मंत्र शिक्षा है: उन्होंने कहा कि र समाज के विकास का मूलमंत्र शिक्षा है। समाज में अनपढ़ व्यक्ति भी जीवन जीता है, लेकिन शिक्षित और अनपढ़ के जीवन में काफी अंतर होता है। शिक्षित समाज से ही प्रदेश और राष्ट्र का विकास होगा। हमारी सरकार नई राज्य सरकार के गठन के बाद मोदी की गारंटी को पूरा कर रही है।
युवाओं को मिले नियुक्ति पत्रः सतनामी समाज के 12 मेधावी छात्रों को सम्मानित किया। 21 युवाओं को रोजगार के नियुक्ति पत्र दिए। प्रधानमंत्री उज्जवला के 2 को गैस कनेक्शन, 3 को राशन कार्ड, आवास योजना अंतर्गत 10 हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र, 5 को आयुष्मान कार्ड दिए गए।