मोक्षधाम में पानी नहीं, बस स्टैण्ड में छाया नहीं,तालाबों पर खतरा,अतिक्रमण-अव्यवस्था को लेकर कांग्रेस का हल्लाबोल
शहर की मूलभूत समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी, बलौदाबाजार-भाटापारा ने एक बार फिर जनहित की आवाज बुलंद करते हुए प्रशासन का दरवाज़ा खटखटाया। जिला अध्यक्ष सुमित्रा घृतलहरे के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को एक विस्तृत पाँच सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए शहर के जल निकासी, यात्री सुविधाओं, तालाबों के संरक्षण तथा मोक्षधाम में व्याप्त समस्याओं पर तत्काल ध्यान देने की अपील की।
पिपरहा तालाब की पैठू पटने से बस्तियाँ जलभराव की चपेट में
ज्ञापन में सबसे गंभीर समस्या पिपरहा तालाब के जल निकासी मार्ग (पैठू ) को बताया गया है, जिसे मिट्टी डालकर पूरी तरह पाट दिया गया है। यह पैद दशहरा मैदान, गुरुकुल, किड्स एक्सप्रेस स्कूल, पुराना बिजली ऑफिस क्षेत्र जैसे घनी आबादी वाले इलाकों का वर्षा जल बाहर निकालने का एकमात्र मार्ग है। यदि इसे पुनः नहीं खोला गया तो आने वाली बारिश में यहाँ भीषण जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। कांग्रेसजनों ने प्रशासन से इसकी तत्काल सफाई एवं पुनर्स्थापना की माँग की।
तालाब गहरीकरण बना नई मुसीबत, जलधारण क्षमता में गिरावट का खतरा
नगर पालिका द्वारा चलाए जा रहे गहरीकरण कार्य में तालाब से निकाली गई मिट्टी को फिर तालाब में ही फेंका जा रहा है, जिससे उसकी जलधारण क्षमता घटती जा रही है। यह एक विडंबना है कि जहाँ एक ओर जल संरक्षण के प्रयासों की बातें होती हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक लापरवाही से जल स्रोतों का अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है। ज्ञापन में माँग की गई कि खुदाई की गई मिट्टी को तालाब के बाहर उचित स्थान पर डम्प किया जाए।
बस स्टैण्ड में यात्री सुविधाएँ हटाकर व्यवसायिक भवन का निर्माण – आम जनता के साथ अन्याय
बलौदाबाजार के मुख्य बस स्टैण्ड परिसर में स्थित यात्री प्रतीक्षालय को हटाकर वहां व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स बनाए जाने की योजना की खबर से स्थानीय नागरिकों में भारी रोष है। यह स्थान चारों दिशाओं की बसों का प्रमुख पड़ाव है, जहाँ हजारों यात्री रोजाना आते-जाते हैं। प्रतीक्षालय हटाने से यात्रियों को धूप, बारिश और ठंड में खुले में बैठने को मजबूर होना पड़ेगा। कांग्रेस ने माँग की है कि प्रतीक्षालय को न केवल यथास्थान बहाल रखा जाए, बल्कि उसे और अधिक आधुनिक एवं सुविधाजनक बनाया जाए।
मोक्षधाम में जलस्रोत का संकट, अन्तिम संस्कार में हो रही बाधाए
रायपुर रोड स्थित मोक्षधाम के समीप खोरसी नाले में पर्याप्त जल संग्रहण न होने के कारण अन्तिम संस्कार जैसे धार्मिक अनुष्ठानों में कठिनाइयाँ आ रही हैं। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने वहाँ पुराने रोड के पुल पर एक स्थायी स्टाप-डेम निर्माण की माँग की ताकि पूरे वर्ष भर आवश्यक जल की उपलब्धता बनी रहे। यह समस्या न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि सामाजिक सम्मान की दृष्टि से भी अत्यंत संवेदनशील मानी गई है।
तालाबों की जीवनरेखा खतरे में – जलागम मार्गों पर अतिक्रमण से संकट गहराया
शहर के प्रमुख ऐतिहासिक व प्राकृतिक जलस्रोत जैसे रामसागर,पीपरहा,रानीसागर, देवराहा तालाब , सोहला तालाब,धोबी तालाब व चिन्नास्वामी तालाब वर्तमान में अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहे हैं। इन तालाबों की जल आपूर्ति करने वाले प्राकृतिक जलागम मार्गों और पैदों पर लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है। इससे न केवल इन तालाबों में पानी पहुँचना बंद हो रहा है, बल्कि भविष्य में शहर जल संकट से भी जूझ सकता है।
प्रशासन को चेतावनी, माँगें नहीं मानी गईं तो होगा जनांदोलन
ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने स्पष्ट चेताया है कि यदि प्रशासन द्वारा इन समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो वे सड़क पर उतरकर जनांदोलन चलाने से पीछे नहीं हटेंगे।ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुमित्रा घृतलहरे, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा रुपेश ठाकुर, सुरेंद्र जायसवाल, विक्रम गिरी, आर्यन शुक्ला,संदीप पांडेय, अनिल साहू, युवा कांग्रेस सूर्यकान्त वर्मा कांग्रेस कार्यकर्त्ता सहित कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्त्ता उपस्थित थे। यह प्रतिनिधिमंडल प्रशासन को केवल ज्ञापन नहीं, बल्कि जनता की पीड़ा और उम्मीदें सौंपने पहुँचा था। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इन गंभीर समस्याओं पर कितनी शीघ्रता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करता है।
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