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छत्तीसगढ़ में मनरेगा कर्मियों का बुरा हाल: 4 माह से नहीं मिला वेतन, 12 हजार से अधिक कर्मचारी परेशान
पलारी, 30 जून 2025 (दैनिक सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़):
छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के अंतर्गत कार्यरत 12 हजार से अधिक कर्मचारियों को पिछले चार महीनों से वेतन नहीं मिला है। इस देरी के कारण कर्मचारियों में भारी नाराजगी व्याप्त है।
मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर कार्य कर रहे रोजगार सहायक वर्षों से अल्प मानदेय पर सेवाएं दे रहे हैं। वर्तमान में वेतन भुगतान नहीं होने से उनकी आर्थिक स्थिति गंभीर हो गई है। बढ़ती महंगाई के बीच कम मानदेय में अपने परिवार का भरण-पोषण करना उनके लिए कठिन होता जा रहा है।
रोजगार सहायक न केवल मनरेगा बल्कि प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पीएम जनमन जैसी कई सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। स्कूल खुलने के बाद भी कई कर्मचारी अपने बच्चों की फीस तक जमा नहीं कर पा रहे हैं।
वेतन भुगतान की समस्या को लेकर पलारी ब्लॉक के रोजगार सहायक संघ की पदाधिकारी लक्की वर्मा ने बताया कि अधिकारियों को बार-बार अवगत कराने के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है। जिन कर्मचारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में कामकाज ठप्प न हो, इसके लिए तैनात किया गया है, वे स्वयं आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेतन न मिलने से कर्मचारियों की रोजमर्रा की जरूरतें भी पूरी नहीं हो पा रही हैं।
निष्कर्ष:
सरकार को चाहिए कि वह जल्द से जल्द मनरेगा कर्मचारियों के वेतन भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि इस महत्वपूर्ण योजना में लगे कर्मचारियों को राहत मिल सके और ग्रामीण विकास की गति बाधित न हो।
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