नगर पंचायत समोदा में वेतन न मिलने से 46 कर्मचारी हड़ताल पर, मानवीय संकट गहराया
क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने दिया समर्थन, ठेकेदार और अधिकारियों पर लगाया गुमराह करने का आरोप
समोदा (आरंग), 15 जुलाई 2025:
नगर पंचायत समोदा में कार्यरत लगभग 46 कर्मचारियों को बीते चार महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनकी स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। वेतन न मिलने से आक्रोशित कर्मचारी बीते पांच दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि नगर पंचायत के अधिकारी और ठेकेदार लगातार उन्हें गुमराह कर रहे हैं और बकाया वेतन के भुगतान को लेकर टालमटोल कर रहे हैं।
हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि वेतन न मिलने के चलते वे कर्ज के बोझ तले दब गए हैं। दुकानदारों ने अब उधार देना बंद कर दिया है, जिससे राशन और जरूरी सामान जुटाना मुश्किल हो गया है। खेती-किसानी के मौसम में खाद, बीज और मजदूरी के लिए पैसे नहीं होने से वे खेती भी नहीं कर पा रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई सामग्री से लेकर बीमार बुजुर्गों की दवाई तक की व्यवस्था करना अब असंभव हो गया है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी (JCP) ने पीड़ित कर्मचारियों को समर्थन देते हुए प्रशासन और ठेकेदारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के जिला अध्यक्ष योगेश साहू, मीडिया प्रभारी सुमित ध्रुव, क्रांति सेना के आरंग ब्लॉक युवा अध्यक्ष ओमप्रकाश ध्रुव, संयोजक धर्मेंद्र प्रजापति समेत मनोज, कौशल, आसकरण सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने हड़ताल स्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों की बात सुनी।
इन संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही कर्मचारियों को उनका बकाया वेतन नहीं दिया गया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। नेताओं ने कहा कि वेतन रोका जाना केवल प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि श्रमिकों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल उठाते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
हड़ताल स्थल पर कर्मचारियों की पीड़ा स्पष्ट झलक रही थी—भूख, इलाज, बच्चों की पढ़ाई, और आजीविका के संकट ने उनके जीवन को गहराई से प्रभावित किया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक इस मानवीय संकट पर अपनी चुप्पी तोड़ता है और पीड़ित कर्मचारियों को राहत मिलती है या नहीं।
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