मोजो मशरूम फैक्ट्री में फिर बवाल — मशरूम मांगना पड़ा भारी, सुपरवाइजर ने कर्मचारियों पर बरसाईं रॉडें

रायपुर/खरोरा। खरोरा थाना क्षेत्र स्थित मोजो मशरूम फैक्ट्री एक बार फिर विवादों के घेरे में है। शनिवार रात (9 अगस्त) को फैक्ट्री परिसर में हिंसा का ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने इलाके के लोगों को दहला दिया। तीन साल से फैक्ट्री में काम कर रहे कर्मचारी मयंक वर्मा ने आरोप लगाया है कि केवल खाने में मशरूम की सब्जी मांगने पर सुपरवाइजर आशिक और उसके साथियों ने उन्हें और उनके साथी डिगेंद्र को रॉड से बुरी तरह पीटा।


मयंक का कहना है कि सुबह ड्यूटी खत्म कर जब वह भोजनालय पहुंचे, तो उन्होंने रसोई में मशरूम की सब्जी की मांग की। इस पर सुपरवाइजर आशिक ने पहले तो मना कर दिया और फिर भद्दी गालियां देने लगा। मामला सुबह यहीं खत्म नहीं हुआ। शाम को जब मयंक अपने दोस्त डिगेंद्र के साथ फैक्ट्री पहुंचे और शांति से बात करने की कोशिश की, तो सुपरवाइजर ने आते ही दोनों को गालियां दीं, जान से मारने की धमकी दी और रॉड लेकर हमला कर दिया।


हमले में मयंक के दाहिने हाथ की हथेली पर गहरी चोट आई, जबकि डिगेंद्र के सिर, हाथ और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें लगीं। घायलों को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।

पिछले महीने भी फैक्ट्री बनी थी सुर्खियों में


यह पहला मौका नहीं है जब मोजो मशरूम फैक्ट्री का नाम हिंसा और मजदूर शोषण से जुड़ा हो। करीब एक माह पहले प्रशासन ने यहां से 97 मजदूरों को रेस्क्यू किया था। उस समय मजदूरों ने आरोप लगाया था कि उन्हें 18 घंटे तक काम करने पर मजबूर किया जाता है और खाने में कच्चा, अधपका भोजन दिया जाता है। उस मामले में चार ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन फैक्ट्री का रवैया अब भी नहीं बदला।


पुलिस की कार्रवाई शुरू


खरोरा थाना पुलिस ने घटना के बाद सुपरवाइजर आशिक समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही गिरफ्तारी होगी।

🔴 मामले की गंभीरता


फैक्ट्री में लगातार मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप


पहले भी प्रशासन की कार्रवाई के बाद भी हालात जस के तस


इस बार मामूली मांग को लेकर हिंसक हमला, कई घायल


मजदूर संगठनों ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की चेतावनी दी