*खाद की कमी और अल्प वर्षा से जूझ रहे किसान*

*दोगुने दाम पर खाद खरीदने को मजबूर, मजदूरी दर भी हुई दोगुनी*


खरोरा। आदर्श ग्राम पंचायत मुड़पार में इस वर्ष खेती-किसानी की स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण हो गई है। क्षेत्र के प्रगतिशील किसान एवं युवा समाजसेवी भुवनेश्वर वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार समय पर खाद की आपूर्ति नहीं होने से किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शासन से डीएपी, पोटाश, रखड़ और यूरिया उपलब्ध न होने के कारण किसानों को बाजार से दोगुने दामों पर खाद खरीदनी पड़ रही है।


*खाद की कमी और देर से छिड़काव*

भुवनेश्वर वर्मा ने बताया कि समय पर खाद न मिलने से किसानों को खेतों में छिड़काव देर से करना पड़ा। इससे फसलों की गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ा है। किसानों ने अपनी पैतृक संपत्ति और मेहनत की रक्षा करने के लिए बाजार से महंगी खाद खरीदने का जोखिम उठाया।


*अल्प वर्षा और रोग का प्रकोप*

इस वर्ष अल्प वर्षा होने के कारण भी खेती प्रभावित हो रही है। वहीं, फसलों पर कीट एवं रोगों का प्रकोप भी बढ़ गया है। किसानों के अनुसार खेतों में ब्लास्ट, मास्टर रोग और सफेद तितली की समस्या फैल रही है। इनसे निपटने के लिए किसान मजबूरीवश महंगे कीटनाशकों का छिड़काव कर रहे हैं।


*मजदूरों की भारी कमी*


गांव में मजदूरों की भारी कमी और बढ़ी हुई मजदूरी दर ने किसानों की आर्थिक परेशानी और बढ़ा दी है। मजदूरों की मजदूरी दर अब ₹200 से अधिक हो गई है। इसके बावजूद भी खेतों में पर्याप्त मजदूर उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इससे बुवाई, छिड़काव और निराई-गुड़ाई जैसे कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं।


*किसानों की पीड़ा*

किसानों मनोहर वर्मा, गैद राम साहू, हीराराम साहू, दाउ रवींद्र वर्मा, संतोष साहू, भूमिया पोषण लाल साहू, जीतू वर्मा, श्रीराम यादव, सनत कुमार वर्मा, प्रेमनाथ वर्मा, बबला ध्रुव, चोवराम वर्मा, भारत यादव

भारत चतुर्वेदी ,खेम सिंह निषाद

 सहित अन्य किसानों ने बताया कि इस वर्ष की परिस्थितियों ने खेती को और कठिन बना दिया है। समय पर बारिश और खाद उपलब्ध न होने से फसल की उपज पर गंभीर असर पड़ सकता है।


शुभकामनाएं और संदेश

इस अवसर पर किसानों और समाजसेवियों ने समस्त क्षेत्रवासियों, जनप्रतिनिधियों, युवा संगठनों और महिला संगठनों को पितृ पक्ष की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई भी दी।