भवानीपुर गांव में गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर आयोजित गणेश महोत्सव का समापन रविवार को हर्षोल्लास और भक्तिभाव के साथ हुआ। विघ्नहर्ता गणपति बप्पा का भव्य विसर्जन जुलूस निकाला गया, जिसमें पूरे गांव के श्रद्धालुजन सम्मिलित हुए। गली-गली से होती हुई शोभायात्रा में ढोल-नगाड़ों की गूंज, भक्ति गीतों की मिठास और भक्तों की आस्था का सैलाब देखने को मिला।
शोभायात्रा में छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने पारंपरिक परिधान में नाचते-गाते, जयकारे लगाते हुए भाग लिया। महिलाएं विशेष रूप से सज-धज कर पूजन-अर्चन में शामिल हुईं और भगवान गणेश से गांव की सुख-समृद्धि की कामना की।
ग्रामवासियों की उपस्थिति में तालाब किनारे वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत पूजा के साथ भगवान गणेश का विसर्जन किया गया। इस दौरान “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयघोष से माहौल भावुक हो उठा।
सुरक्षा और स्वच्छता का रखा गया वशेष ध्यान
गांव में आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन और आयोजन समिति द्वारा विशेष इंतजाम किए गए थे। विसर्जन स्थल पर साफ-सफाई, जल प्रबंधन और शांति व्यवस्था सुनिश्चित की गई।
हर वर्ष इसी भव्यता से मनाने का संकल्प
ग्रामवासियों ने इस आयोजन को गांव की एकता, श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक बताया और हर वर्ष इसी उत्साह एवं भव्यता के साथ मनाने का संकल्प लिया।
कमल नारायण साहू और डूमन कमल ने बताया कि “हर साल की भांति इस वर्ष भी गणेश चतुर्थी पूरे पारंपरिक ढंग से मनाई गई। बप्पा को गली-मोहल्लों में भ्रमण कराया गया, जिसमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे बड़ी संख्या में उमड़े। अंतिम पड़ाव पर तालाब पहुंचकर भगवान गणेश का विधिवत विसर्जन किया गया।”
भवानीपुर में इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि गांव की एकजुटता और आस्था ही उसकी असली पहचान है।
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