*भिलाई-दुर्ग में सृजन भूमि छत्तीसगढ़ दैनिक समाचार पत्र की टीम ने वरिष्ठ कानूनी सलाहकार (सेवानिवृत्त अपर जिला न्यायाधीश) से की विशेष मुलाक़ात कर कानूनी चर्चा की*
भिलाई/दुर्ग। सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़।
कानून और मीडिया — दो ऐसे स्तंभ हैं जो समाज के संतुलन, न्याय और जनजागरूकता के प्रमुख आधार हैं। इसी उद्देश्य को केंद्र में रखते हुए आज भिलाई-दुर्ग में सृजन भूमि छत्तीसगढ़ दैनिक समाचार पत्र की टीम ने वरिष्ठ कानूनी सलाहकार एवं सेवानिवृत्त अपर जिला न्यायाधीश जी से विशेष भेंट एवं कानूनी विमर्श किया।
यह मुलाकात मात्र एक औपचारिक चर्चा नहीं थी, बल्कि एक गंभीर मंथन था जिसमें मीडिया के कानूनी दायरे, प्रेस कानूनों की संवैधानिक सीमाएं, तथा समाज में न्यायिक जागरूकता की भूमिका पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
*तीन घंटे चली गहन कानूनी परिचर्चा*
लगातार लगभग तीन घंटे तक चली इस चर्चा में अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से विचार हुआ —
समाचार पत्र संचालन में आवश्यक कानूनी पारदर्शिता और जिम्मेदारी,
प्रेस एवं पंजीयन अधिनियम (RNI) के तहत आवश्यक प्रावधान,
समाचार प्रकाशन में सत्यता, निष्पक्षता और सार्वजनिक दायित्व,
और डिजिटल युग में मीडिया की नैतिक सीमाएं।
अपर जिला न्यायमूर्ति (से.नि.) जी ने मीडिया की भूमिका पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि,
> “मीडिया समाज का आईना है। इसका उद्देश्य केवल खबरें देना नहीं, बल्कि जनमानस को दिशा देना और सच्चाई को संतुलित दृष्टिकोण से प्रस्तुत करना है।”
*मीडिया कानून और न्यायिक दृष्टिकोण का समन्वय*
उन्होंने आगे कहा कि आज के समय में पत्रकारिता केवल लेखन तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि यह न्यायिक और सामाजिक जिम्मेदारी का भी क्षेत्र बन गई है। प्रत्येक समाचार, रिपोर्ट या संपादकीय सामग्री को प्रकाशित करने से पहले कानूनी विवेक और सामाजिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर सृजन भूमि छत्तीसगढ़ दैनिक समाचार पत्र के प्रधान संपादक श्री पी.एल. कुर्रे सहित सम्पूर्ण संपादकीय और प्रबंधन टीम उपस्थित रही। टीम ने विस्तारपूर्वक अपने अनुभव, चुनौतियों और क्षेत्रीय पत्रकारिता में आने वाली कानूनी बाधाओं को साझा किया।
जनहित और पारदर्शी पत्रकारिता का संकल्प
बैठक के अंत में यह सामूहिक निर्णय लिया गया कि सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़ आगामी समय में
आमजन को कानूनी जागरूकता से जोड़ने,
न्याय व्यवस्था से संबंधित सूचनाओं को सरल भाषा में प्रस्तुत करने,
और समाचार पत्र संचालन में पूर्ण पारदर्शिता एवं कानूनी अनुपालन सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करेगा।
*प्रधान संपादक श्री पी.एल. कुर्रे ने कहा* —
> “हमारा उद्देश्य केवल समाचार प्रकाशित करना नहीं, बल्कि समाज को शिक्षित और जागरूक बनाना है। न्यायिक मार्गदर्शन से हमें एक नई दिशा मिली है जिससे हमारा मीडिया तंत्र और भी सशक्त व व्यवस्थित बनेगा।”
*न्याय और मीडिया – समाज की दो पूरक धाराएं*
यह मुलाकात न्यायपालिका और मीडिया के बीच उस आवश्यक समन्वय की मिसाल रही, जो लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है।
सृजन भूमि छत्तीसगढ़ टीम द्वारा न्यायिक विशेषज्ञों के साथ समय-समय पर ऐसे संवाद आयोजित किए जाने से समाज में विधिक साक्षरता को बढ़ावा मिलेगा और पत्रकारिता के क्षेत्र में सत्यनिष्ठा तथा संवेदनशीलता की भावना और मजबूत होगी।
*सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़*
— जनमानस की आवाज़, सत्य और संतुलन के साथ







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