बलौदाबाजार। सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़।
शहर कोतवाली पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान एक आदिवासी युवक के साथ कथित रूप से पुलिस बर्बरता का मामला सामने आया है। घटना में युवक हितेश्वर भट्ट गंभीर रूप से घायल हो गया। बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी अजय झा द्वारा लात मारने से युवक के कूल्हे के पास रखी शराब की शीशी फूट गई, जिससे उसके शरीर में कांच के टुकड़े घुस गए और गहरी चोट लग गई। घायल युवक का इलाज जिला अस्पताल बलौदाबाजार में जारी है, जहां उसकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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कांग्रेस ने किया थाने का घेराव
घटना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आदिवासी युवक के साथ बर्बरता का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने महत्मा गांधी की तस्वीर लेकर पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी की और थाना प्रभारी को तत्काल हटाने व जांच की मांग की। कांग्रेसजनों ने इस संबंध में प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा।
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घायल युवक हितेश्वर भट्ट का बयान
पीड़ित हितेश्वर भट्ट ने बताया —
> “मैं सोमवार रात करीब 9 बजे रिसदा रोड स्थित दुकान के सामने सिगरेट पी रहा था। मेरे पैंट के पिछले हिस्से में शराब की छोटी बोतल रखी थी। उसी दौरान पुलिस पहुंची। लोग भागने लगे, तभी थाना प्रभारी अजय झा ने पीछे से मुझे लात मारी। बोतल फूट गई और कांच के टुकड़े शरीर में घुस गए। बाद में दोस्तों ने मुझे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने 14 टांके लगाए।”
हितेश्वर ने थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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परिवार का दर्द
घायल की मां रानी भट्ट ने कहा —
> “मेरा बेटा दुकान में खड़ा था, तभी पुलिस आई और बिना वजह मारपीट की। मेरे बेटे को गंभीर चोट लगी है। हम प्रशासन से न्याय और दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की मांग करते हैं।”
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पुलिस का पक्ष
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा कि पुलिस नशे के विरुद्ध विशेष अभियान चला रही है।
> “सोमवार रात को कोतवाली पुलिस रिसदा रोड पर चेकिंग कर रही थी, जहां कुछ युवक शराब पीते मिले। पुलिस को देखकर युवक भागने लगे। इसी दौरान हितेश्वर भट्ट के पैंट में रखी शराब की बोतल फूट गई, जिससे उसे चोट लगी। उसका इलाज जारी है और वह खतरे से बाहर है। जैसे ही उसकी ओर से औपचारिक शिकायत प्राप्त होगी, मामले की जांच की जाएगी।”
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कांग्रेस का आरोप – ‘पुलिस दिखा रही दबंगई’
जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष शैलेन्द्र बंजारे ने कहा —
> “पुलिस ने आदिवासी युवक के साथ बर्बरता की है। थाना प्रभारी ने दबंगई दिखाते हुए अत्याचार किया है। यह मानवाधिकार का उल्लंघन है। हम इसकी उच्च स्तरीय जांच और आरोपी अधिकारी के तत्काल निलंबन की मांग करते हैं।”
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चिकित्सक का बयान
जिला चिकित्सालय के चिकित्सक ने बताया —
> “घायल युवक के कूल्हे के नीचे के हिस्से में गहरी चोट थी। शरीर में फंसे कांच के टुकड़े निकाल दिए गए हैं। मरीज की स्थिति अब स्थिर और खतरे से बाहर है।”
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घटना ने शहर में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस द्वारा उठाए गए विरोध के बाद अब प्रशासन पर कार्रवाई को लेकर दबाव बढ़ता जा रहा है।





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