गिधपुरी में सरकारी शराब दुकान खोलने के विरोध में ग्रामीणों का भारी प्रदर्शन 

महिलाओं ने कहा – शराब से बढ़ेगा अपराध और असुरक्षा का माहौल

ग्राम गिधपुरी में प्रस्तावित सरकारी शराब दुकान खोलने के विरोध में आज ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया। गिधपुरी सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीण, महिलाएं और बच्चे एकजुट होकर सड़कों पर उतरे और शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने मांग की कि गिधपुरी से आरंग मार्ग पर प्रस्तावित शराब दुकान की प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए।

ग्रामीणों का कहना है कि जिस स्थान पर दुकान खोले जाने की योजना है, उसके आस-पास दीदी जीनियस पब्लिक स्कूल, सरकारी हॉस्पिटल, बैंक, मिडिल स्कूल और मां डोंगरदेवी मंदिर स्थित हैं। ऐसे में शराब दुकान खुलने से विद्यालय में आने-जाने वाले बच्चों, बैंक में आने वाली महिलाओं, मरीजों और श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।


वटगन महिला स्वसहायता समूह की पूर्णिमा साहू ने कहा – “गांव के आस-पास आठ महिला स्वसहायता समूह हैं जिनकी महिलाएं प्रतिदिन बैंक जाती हैं। शराब दुकान खुलने से महिलाओं में डर और असुरक्षा का माहौल बनेगा।”


विरोध प्रदर्शन में महिलाओं ने हाथों में तख्तियाँ लेकर “शराब दुकान बंद करो, महिलाओं की सुरक्षा करो” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शन के बाद ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रस्तावित शराब दुकान की निविदा को तत्काल रद्द करने की मांग की गई।


ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।


इस उग्र प्रदर्शन में ग्राम पंचायत गिधपुरी की सरपंच कोशलेश साहू, मलर राम साहू, दीपक सिंह साहू, नंदलाल वर्मा, तुकेश्वर साहू, हीरालाल साहू, कमल नारायण साहू, देवनाथ कन्नौजे, घनश्याम नामदेव, भानूप्रताप कन्नौजे, नुतेश्वरी साहू, मधु साहू, मिथलेश साहू, ललिता वर्मा, उर्मिला बाई साहू, जीत रानी साहू, चित्ररेखा साहू, सुखमत यादव, इंदिरा यादव, निष्ठा, तथा भरूवाडीह से धनेश्वरी साहू और पूर्णिमा साहू सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।


ग्रामीणों ने कहा कि यदि सरकार ने शराब दुकान की प्रक्रिया पर पुनर्विचार नहीं किया, तो पूरा क्षेत्र सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा।