गिधपुरी में शराब भट्ठी का मामला गरमाया — महिलाएं विरोध में, पुरुष समर्थन में; गांव में बढ़ा तनाव, सरकार के फैसले पर टिकी निगाहें

पलारी। सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़।

विकासखंड पलारी के अंतर्गत आने वाले गिधपुरी गांव में प्रस्तावित सरकारी शराब भट्ठी को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। गांव में शराब दुकान का भवन निर्माण पूरी तरह से पूरा हो चुका है, और अंतिम चरण का पेंटिंग व सजावट कार्य भी समाप्त हो गया है। लेकिन दुकान के संचालन से पहले ही गांव दो गुटों में बंट गया है — एक तरफ महिलाएं कड़ा विरोध कर रही हैं, तो दूसरी ओर कुछ पुरुष वर्ग दुकान खोलने के समर्थन में उतर आए हैं।


महिलाओं ने किया जोरदार विरोध प्रदर्शन

बुधवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने शराब भट्ठी के सामने एकत्र होकर “शराब दुकान बंद करो”, “गांव में शराब नहीं चलने देंगे” जैसे नारे लगाए।

महिलाओं का कहना है कि गांव में शराब दुकान खुलने से घरेलू कलह, अपराध और सामाजिक बुराइयां बढ़ेंगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए ताकि गांव का शांतिपूर्ण माहौल बना रहे।


पुरुष वर्ग ने रखा समर्थन का पक्ष

वहीं, गांव के कुछ पुरुषों ने सरकारी शराब दुकान का समर्थन करते हुए कहा कि दुकान बंद रहने से अवैध शराब की बिक्री बढ़ जाती है, जिससे सरकार को राजस्व हानि होती है और लोगों को घटिया व खतरनाक शराब पीने को मिलती है। उनका कहना है कि सरकारी नियंत्रण में शराब बिक्री होने से पारदर्शिता और गुणवत्ता दोनों बनी रहेंगी।

गांव में बढ़ा तनाव, प्रशासन सतर्क

इन दोनों पक्षों के टकराव से अब गांव का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। ग्रामीणों के बीच इस मुद्दे को लेकर बहस और मतभेद लगातार बढ़ रहे हैं। प्रशासन की ओर से स्थिति पर नजर रखी जा रही है ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो।


अब पूरे क्षेत्र की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि सरकार इस विवादास्पद मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है — क्या शराब भट्ठी का उद्घाटन होगा या फिर ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए फैसला बदला जाएगा।