बलौदाबाजार  बीईओ टंडन ने किया औचक निरीक्षण,अनुपस्थित शिक्षक, अव्यवस्थित मध्यान्ह भोजन और बिना मान्यता स्कूल कों नोटिस जारी

बलौदाबाजार - विकासखंड शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार श्री राजेंद्र टंडन ने सोमवार 8 दिसंबर को क्षेत्र की कई शालाओं में आकस्मिक निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का आकलन किया। निरीक्षण के दौरान अनेक अनियमितताएँ सामने आईं, जिन पर त्वरित कार्रवाई भी की गई। इस दौरान कोहरौद शाला में शिक्षक अनुपस्थिति का बड़ा खुलासा हुआ। जहाँ  प्रातः 10 बजे शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला कोहरौद पहुँचने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी दंग रह गए। यहाँ पदस्थ 18 में से केवल 03 शिक्षक ही प्रार्थना में उपस्थित पाए गए। 11 शिक्षक 10:25 के बाद पहुँचे, जबकि 02 अवकाश पर एवं 02 बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए। बिना सूचना अनुपस्थित शिक्षक मे चैतूराम बार्वे, शास. पूर्व माध्यमिक शाला कोहरौद एवं मनोज कुमार वर्मा, शिक्षक एल.बी., शास. पूर्व माध्यमिक शाला कोहरौद थे। वही देरी से पहुँचने वाले शिक्षकों मे भुनेश्वर कौशल, ओमे‍ष्वरी साहू, सविता पटेल, राम विषाल पटेल, विपिन बंजारे, धर्मेन्द्र साहू, लोकनाथ पटेल, विनोद कन्नौजे, अमरदास गायकवाड़ एवं राजेश्वरी वर्मा शामिल हैं। सभी को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। कोहरौद के ही शास प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन कक्ष का निरीक्षण करते हुए पाया गया कि कक्षा के बाहर मेनू चार्ट प्रदर्शित नहीं था, जिसके कारण भोजन बिना निर्धारित मेनू के बनाया जा रहा था। इस पर प्रधानपाठक को नोटिस जारी कर सुधार हेतु निर्देशित किया गया। कक्षाओं की साफ-सफाई पर भी गंभीर आपत्तियां दर्ज की गईं।

निरिक्षण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोहरौद में कक्षा 9वीं, 10वीं व 12वीं में जाकर श्री टंडन ने छात्रों को ब्लूप्रिंट के महत्व को विस्तार से समझाया तथा लक्ष्य निर्धारित कर उत्कृष्ट परिणाम लाने के लिए प्रेरित किया। धाराशिव स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी कक्षा 12वीं के छात्र-छात्राओं के साथ अंक विभाजन और ब्लूप्रिंट आधारित तैयारी पर विस्तृत चर्चा की गई।निरीक्षण के दौरान कान्वेंट पब्लिक स्कूल, धाराशिव को बिना किसी मान्यता के संचालन करते पाया गया।

इस गंभीर उल्लंघन पर शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, अध्याय 5, धारा 18(5) के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी कर कड़ा रुख अपनाया।

श्री टंडन द्वारा किए गए इस औचक निरीक्षण से शैक्षणिक व्यवस्था की खामियों का स्पष्ट खुलासा हुआ है। शिक्षा विभाग ने संकेत दिया है कि ऐसी अनियमितता पाई जाने पर आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि विद्यालयों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।