संस्कार साहित्य सेवा समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा विद्यार्थियों को सिखाया गया कविता का महत्व*

 *संस्कार साहित्य सेवा समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा विद्यार्थियों को सिखाया गया कविता का महत्व*

सृजन भूमि छत्तीसगढ़ न्यूज़ - संपादक प्रीतलाल कुर्रे 

 बसना :-  24/12/2024 को पावन ग्राम बंसुलीडीह में दुर्गा हा.से.स्कूल लंबर का एनएसएस शिविर के चौथे दिन  विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम गणपत देवदास और गोकुलानंद चुलबुला के संयुक्त संचालन में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में महासमुन्द जिले के संस्कार साहित्य सेवा समिति के कोने-कोने से आए सिद्धहस्त एवं नवांकुर कलमकारों ने अपनी कविताओं की शानदार प्रस्तुति दी।

                कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थापक धनीराम नंद मस्ताना ने छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना प्रस्तुत किया और गाँव के बारे में कहा

 " हरियाली न‌इ दिखय पनिहारिन न‌इ दिखय गाँव के बदल गे निशानी" । 

मंच की अध्यक्ष डॉ सुकमोती चौहान रुचि ने "कविता क्या है? "पर बहुत  सुंदर कविता पाठ करते हुए बच्चों को समय की महत्ता को बताते हुए कहा _

"समय बड़ा अनमोल है इसलिए जो गया, सो गया, जो आने वाला है काल के गर्भ में है 

और जो अभी है, वही सार है हमारे हाथ है

इसे व्यर्थ न जाने दो ।पल- पल का सदुपयोग करो।"

छोटा बम बड़ा धमाका कहे जाने वाले हास्य कवि  मानक मगन की कविता पाठ ने दर्शकों का मन मोह लिया _

 "गाँव म घुसरे हाथी मारे बा दौडात हे छानी म चढे बेंदरा खपरा लहुटात हे"

प्रेमचंद साव प्रेम ने देशभक्ति एवं अवध में राम पधारे हैं विषय पर शानदार कविता प्रस्तुत किया ।तत्पश्चात् डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर ने देश भक्ति वीर रस एवं कुछ श्रृंगार की पंक्तियों को बहुत शानदार तरीके से प्रस्तुत किया। चंदर सिंह सिदार ने एक मधुरिम गीत प्रस्तुत किया। गजलकार परशुराम चौहान ने सुंदर मुक्तक गजल गायन कर सबका दिल जीत लिया- 

   दबा के दुखती नस को लाया जलजला अभी-अभी

  चरागे दिल जला गया वो हमनवां अभी अभी

  दुआ करो कि बुझ न पाये आग ये जनून की

  मुझे दिखा मुकाम वो चला गया अभी - अभी

हास्य के फनकार गोकुलानंद चौहान चुलबुला द्वारा देशभक्ति की कविता और अपने चुलबुले अंदाज में हास्य की पंक्तियाँ पढ़कर सबको हँसने पर मजबूर कर दिया -" मैं क्यों फिक्र करूँ अभी तो मेरा बाप जींदा है मेरा रुवाब जिंदा है"

           अंत में देवदास ने बेटियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रेरक कविता सुनाई-

  सुनो नादान देश की ये बेटियाँ पुकारती

   ये बेटियाँ पुकारती है तुमको दुत्कारती

सभी कवियों का सम्मान मेडल,प्रतीक चिन्ह से किया गया। इस कवि सम्मेलन में दुर्गा हायर सेकेण्डरी स्कूल लंबर के शिक्षक बी एल साहू,एम डी मानिकपुरी, सी आर जायसवाल,एफ एस बरिहा और समस्त स्टाफ, बंसुलीडीह के शिक्षक पालेश्वर अतिथि के रूप में शास.उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़े साजापाली के प्राचार्य उग्रसेन पटेल,जे एल कर्ष,उपसरपंच प्रतिनिधि दुखीश्याम पटेल,डी जे पटेल, उस्ताद अली,कमल पटेल,डाॅ गुलाब पटेल और डॉ कल्पना बरिहा, दिलीप कुमार प्रधान और विद्यार्थियों के साथ ग्रामीण भी उपस्थित रहे।

   अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी रणजीत कुमार पटेल ने आभार व्यक्त करते हुए आगे भी इसी तरह के सफल आयोजन में सभी की सहभागिता की इच्छा जताई एवं कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।



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