श्री नारायण अस्पताल ने एक गरीब परिवार के मरीज को 28 हजार रुपये जमा करने पर बंधक बनाया था।
छत्तीसगढ़िया क्रांतिकारी सेना की मदद से निजी अस्पतालों में बंधकों को छुट्टी दी गई।
रायपुर :-नगर रायपुर स्थित श्री नारायणा अस्पताल में मरीज़ शांति बाई यादव पति स्व.लटेल राम यादव को ब्रेन हेमरेज़ 12 जुलाई को अस्पताल ले गए थे तब अस्पताल प्रबंधन ने आयुष्मान से इलाज करने का झांसा देकर भर्ती कर ली थी। मरीज़ को भर्ती करने के बाद एक ही दिन में 5000 रूपये की रिपेयर जमा हो गयी। फिर दिनांक 21 जुलाई को दस हज़ार रूपये और 24 जुलाई को 40 हज़ार रूपये की रिकॉग्निशन जमा हो गयी। इसके अलावा इस दौरान दवा का कुल बिल 84859 रुपये अलग से लिया गया। मरीज के बेटे भेखल राम यादव ने बताया कि उनकी मां का इलाज आयुष्मान में चल रहा था फिर भी अस्पताल द्वारा रिस्पॉन्स लिया गया और अस्पताल के ही मेडिकल से पूरी तरह से जांच पड़ताल की गई।
मरीज के स्वस्थ्य हो जाने पर भी 28 हजार रुपये की मांग करने पर भीख राम यादव ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से मदद मांगी। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से लड़ाके लव कुमार यदु ने आयुष्मान योजना के अधिकारी से बात की। प्रबंधन ने सीकेएस के गठबंधन को बातचीत के लिए बुलाया और संगठन के हस्तक्षे के बाद बंधक को मुक्त करने के बाद छुट्टी किया गया l
राजधानी के सभी बड़े और छोटे अस्पताल भोले भाले गरीब मरीज़ों को पहले फिर से आयुष्मान से इलाज होने का झांसा देने वाले भर्ती कर लेते हैं। आयुष्मान के आयुष्मान अधिकारी समित अग्रवाल ने निर्देश दिया है कि कोई भी निजी अस्पताल आयुष्मान के लिए किसी भी अभ्यर्थी से अलग से कोई शुल्क नहीं ले सकता है। योजना के तहत इलाज में डॉक्टर की फीस, सर्जरी की फीस, सिगरेट शुल्क, बिस्तर शुल्क, दवाइयाँ, जांच और रोगी का खाना सभी पत्रिका में शामिल रहता है। श्री नारायणा अस्पताल द्वारा क्रांतिकारी सेना को वापस लेने के लिए रिप्लाई रिज़र्व की याचिका दायर की गई।
राहुल राहुल वर्मा
जिला प्रबंधक
छत्तीसगढ़िया युवा क्रांति सेना
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