मोहान घाट में लगातार रेत का परिवहन अवैध रूप से जारी,शासन या प्रशासन आखिर कौन दे रहा संरक्षण
सृजन भूमि छत्तीसगढ़ खबरे सच की जड़ तक
बलौदाबाजार/
मोहान घाट में लगातार रेत का परिवहन अवैध रूप से जारी आखिर कौन दे रहा संरक्षण शासन - प्रशासन है मौन?
मामला बलौदाबाजार जिले क्षेत्र पलारी - मोहान रेत घाट इन दिनों पुरे जिले में बड़ी चर्चा का विषय बना हुआ है। विगत कुछ महीनो से लगातार मोहान रेत घाट से रेत का खनन किया जा रहा है और सूत्रों की मानें तो इस घाट से रेत निकालने के लिए अभी तक कोई भी निविदा नहीं है फिर भी रेत माफिया के द्वारा महानदी से लगातार कुछ महीनो से अवैध तरीके से रेत निकालने का कार्य किया जा रहा है और यह कार्य पर्यावरण के नियमों को भी किनारे में रखकर कर किया जा रहा है दिन और रात चौबीस घंटे लगातार रेत निकालने का कार्य जारी है।
यह घाट जिस गांव में है उसकी समस्या के बारे में भी हमने अपने पिछले अंको में बताया था यह गांव महानदी के अत्यंत निकट है जिसकी वजह से पिछली सरकार के द्वारा यहां तटबंध का कार्य स्वीकृत किया गया था पर यह कार्य अभी तक प्रारम्भ नहीं हुआ है जिसकी वजह से इस गांव में महानदी से रेत की निकासी आने वाले बरसात में बड़े खतरे का कारण बन सकती है ।
पुरे जिले में दो से तीन घाट और भी है जो परमिशन के साथ काम कर रहे है। पर सूत्रों की मानें तो मोहान घाट पर बगैर परमिशन के काम हो रहा है और दुसरे घाटों से कम किमत पर यहां रेत मुहैया कराया जा रहा है जिसकी वजह से यहां गाड़ियों का तांता लगा हुआ रहता है और बड़ी मात्रा में यहां से रेत की निकासी हो रही है। और यहां पर भी सूत्रों की मानें तो यह कार्य ऐसे ही नहीं हो रहा है इसमें भी किसी बड़े नेता व किसी बड़े अधिकारी की सांठगांठ रेत माफिया के साथ सुत्रों के द्वारा बताईं जा रही है इस तरह से मोहान घाट पर एक बड़ा खेल हो रहा है जो हजारों जिंदगी को किनारे पर रखकर किया जा रहा है।
और इस खेल में सरकार को भी प्रतिदिन लाखों रुपए के राजस्व की हानी हो रही है।
पिछले हफ्ते से लगातार कई समाचार पत्रों में यह समाचार प्रकाशित किया गया पर अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है इसका कारण आम जनता की समक्ष से परे है पर अब देखना यह होगा की क्या अब भी प्रशासन इस पर कार्यवाही करती है या अभी भी यह खेल ऐसे ही चलता रहेगा जो की एक बड़ा सवाल है यहां के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए और यहां के विधायक व मंत्री के साथ - साथ पक्ष व विपक्ष के सभी छोटे व बड़े नेताओं के लिए। मोहन रेत घाट तथा अन्य रेत घाट के विषय में भी जानकारी लेने हेतु खनिज विभाग को फोन लगाया गया था मगर बात नहीं हो पाई
हम इस खबर पर लगातार बने रहेंगे जैसे ही कोई खबर मिलती है अगले अंक में समाचार प्रकाशित किया जाएगा।