*कब थमेगी शराब में ओवर रेट का खेल कब होगी कार्यवाही
निर्धारित समय में भी नहीं खुला रही शराब दुकान,
किसके सपोर्ट से ऐसा काम कर रहे हैं प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारी,
इस प्रकार के कर्मचारीयों पर कब होगी कार्यवाही,
रायपुर: मामला रायपुर राजधानी के विभिन्न दुकानों का है जहां पर मनमाने तरीकों से शराब को अपने-अपने हिसाब से बेच रहे हैं कर्मचारी, वही बात करते हैं शहर में स्थित तत्यापारा चौक प्रीमियम शाप की जहां पर कर्मचारी के द्वारा रेट में वृद्धि हुआ है ऐसा बोलकर ग्राहकों को लूटा जा रहा है प्रति बोतल ₹20 ₹40 एक्स्ट्रा लिया जा रहा है वहीं पर जब हमारे संवाददाता के द्वारा एक all seasons व्हिस्की खरीदा गया जिसमें एमआरपी रेट 870 अंकित है लेकिन स्कैन करने के बाद दुकान के कर्मचारीयों के द्वारा 1040 रुपए में बेचा गया जिसमें पूछे जाने पर शराब कर्मचारीयों के द्वारा मूल्य में वृद्धि होना बताया गया उसके बाद 1040 रुपया ले लिया गया साथ ही साथ जब उसे ब्रांड की बिल मांगने पर हम लोग बिल नहीं देते ऐसा बोला गया।
अन्य जगह से प्राप्त जानकारी के उस ब्रांड का मूल्य सिर्फ ₹1000 है लेकिन दुकान के कर्मचारीयों के द्वारा ₹40 अतरिक्त पैसा लेकर मनमानी तरीके से बचा जा रहा है ।उसके बाद जब बाद में रेट मालूम होने के बाद पैसा वापसी के लिए जाने पर पैसा वापस नहीं किया गया और बोला गया कि आप जैसे काम कर रहे हो हम लोग सभी करके बैठे हैं ,हमारा कुछ नहीं कर सकते इस प्रकार की खुलेआम धमकी देना क्या उचित है। अधिकारी कर्मचारी को इस प्रकार के जो कर्मचारी गलत कर रहे हैं उसके ऊपर कानूनी कार्यवाही किया जाना चाहिए।
*सरकार के द्वारा विभिन्न ब्रांडों में बढ़ाया गया मूल्य*
अवगत होगी शासन के द्वारा विभिन्न में मूल्य वृद्धि किया गया है जिसका लाभ लेते हुए प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारीयों के द्वारा मनमाने रैटो पर शराब बेची जा रही है जिससे लोगों को सिर्फ और सिर्फ आर्थिक हानि ही हो रही है और लोग समझ रहे हैं कि सरकार के द्वारा रेट बढ़ाया गया है ,और सरकार की बदनामी भी हो रही है,जानकारी के अभाव में लोगों को भ्रम हो रहा है कि सरकार के द्वारा रेट बढ़ा दी गई है जबकि सरकार के द्वारा निर्धारित ब्रांडों में ही मूल्य बढ़ाया गया है इसका लाभ उठाते हुए लोग इस प्रकार मनमानी कर रहे हैं,
*शराब प्रेमी क्या कहते हैं जाने,,*
इस प्रकार मूल्य वृद्धि पर शराब प्रेमी के द्वारा ऐसा बोला जा रहा है कि जितने भी दुकान है उसके सामने मूल्य सूची ,मूल्य निर्धारण जो शासन के द्वारा तय किया गया है उसका डिस्प्ले में या मूल्य सूची अंकित होना चाहिए जिससे लोगों में जागरूकता फैले और इस प्रकार दुकान के कर्मचारीयों के द्वारा मनमाने रैटों के जो शराब बेची जा रही है उसे पर भी अंकुश लगे।
*सरकार से जनता का विश्वास,,,,*
वही बात करते हैं सरकार के ऊपर विश्वास की तो जब कांग्रेस की सरकार थी तब भी मंदिरा दुकानों में अधिक मूल्य पर शराब बेची जा रहे थे जिसे लोगों के द्वारा विरोध किया गयाऔर जब भाजपा की सरकार आई है तब से लोगों में एक विश्वास था कि इस प्रकार शराब भट्टी में जो अधिक मूल्य पर शराब बेची जा रहे हैं वह बंद होगा लेकिन अभी तक सरकार बदल गई लेकिन इस प्रकार मदिरा दुकानों में ओवर रेट का खेल थमने का नाम नहीं ले रही है इससे लोगों में ऐसा लगा रहा है कि सरकार जिसकी भी हो सब लोग चुनाव से पहले वही बात करते हैं और चुनाव जीतने के बाद शांत हो जाते हैं। बात करते हैं चुनाव की तो अभी आचार संहिता लगा है और इस प्रकार की जोअनुचित कार्य शराब भट्ठियों में हो रहा है उस पर शराब भट्टी के प्रभारी अधिकारी कर्मचारी क्या करते हैं ,लोगो पर एक्शन लेते हैं कि यूं ही चुप्पी साधे रहते हैं यह खबर प्रकाशन के बाद ही उन लोगों के ऊपर कार्यवाही होती है उसे अगले प्रकाशन पर प्रकाशित किया जाएगा तब तक के लिएअधिकारियों के द्वारा क्या होता है उसे पर नजर बनाए रखें।
*आप लोगों के माध्यम से इस प्रकार की जानकारी प्राप्त हुई है मामला को संज्ञान में लेते हुए तुरंत कार्रवाई किया जाएगा,, दुकान प्रभारी अधिकारी,,*
क्या कहते हैं जिला अधिकारी,,
इस प्रकार की शिकायतों पर लगातार कार्यवाही किया जा रहा है अगर शिकायतें सही पाई जाती है तो उचित कार्यवाही किया जाएगा
विकास गोस्वामी जिला अधिकारी