विभाग है मौन लापरवाह देखो बंदे का रौब अपने आप को समझ रहे हैं आबकारी अधिकारी, कुर्सी के साथ-साथ पुलिस वाले के टोपी पर भी कर लिए हैं कब्जा
बलौदा बाजार:- मामला बलौदा बाजार जिले का है जहां पर आबकारी विभाग के एक अधिकारी का टोपी पहने एक लड़के का फोटो वायरल हो रहा है जिस पर लड़के के द्वारा अपने स्टेटस पर फोटो लगाया हुआ है और अपने आप को समझ रहा है अधिकारी क्योंकि अभी आचार संहिता है और अधिकारी के कुर्सी में बैठकर उसके ही टोपी को पहन कर स्टेटस रखना क्या साबित करता है वह देखने वाली बात है और इस घटना के बारे में आबकारी अधिकारी चुपी साधे बैठे है और अधिकारी क्या बोलते हैं जानते हैं. लेकिन बंदे का क्या रौब है, वह प्रशासन की नियमों को तरतार कर बैठे साहब अपने आप को आबकारी विभाग का अधिकारी बता रहे है!
इस लड़के का नाम गोरेलाल नवरंगे है जिन्हे लोग भूरुवा,सर के नाम से जानते हैं यह लड़का काफी लंबे समय से आबकारी विभाग के साथ आने जाने काम करते है वही उसको मार्ग प्रशस्त करने का कार्य भी करते हैं चुकी पूर्व में यह लड़का एक एमपी शराब के विक्रय करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था तो समझ सकते हैं कि क्षेत्र में इसका कितना पहचान हैं, शराब कोचीयों के क्षेत्र में कितना पहचान रहा होगा.जिसका भरपूर लाभ लेते हुए बलौदा बाजार जिले के सभी क्षेत्रों में शराब विक्रय करने वाले ठेकेदार लोगों के साथ उन के साथ अच्छा संबंध होने के कारण अवैध लाभ उठा रहे हैं. जो कि आबकारी अधिकारी के साथ छापेमारी कार्यवाही कराने मुखबिर का काम करने के साथ-साथ अवैध वसूली का भी काम किया जाता है. जिसका कई बार शिकायत हो चुका है लेकिन कोई ठोस प्रमाण न होने के कारण लोग चुप हो जाते हैं. यह कहना गलत नहीं होगा कि जिस प्रकार कार्यवाही नहीं होती है तो अधिकारियों का संरक्षण में होता है यह बात किसी से छुपी नहीं है. क्योंकि एक अपराधी व्यक्ति को शराब प्लेसमेंट एजेंसी के द्वारा कर्मचारी रखा गया है और यह जो है अधिकारी के निजी संपत्ति जो प्रशासनिक शासकीय है उसका दुरुपयोग कर रहे है जो फोटो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है अब देखने वाली बात यहां होगी की खबर को शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी क्या एक्शन लेते हैं या पक्षपात करते हुए कोई बहाना बनाते हैं यह आने वाला समय ही बताएगा तब तक के लिए बने रहे.
*क्या अधिकारी को इस प्रकार लापरवाही बरतना चाहिए*
अब सोचने वाली बात यह है कि जो भी संबंधित अधिकारी है क्या उसे इस प्रकार अपने फर्ज के खिलाफ कार्य करना उचित है जो की महत्वपूर्ण अधिकार के अंतर्गत अपने वर्दी के साथ इस प्रकार छेड़खानी करना या कहीं पर छोड़ देना जिसका उपयोग कोई कर रहा हो क्या यह उचित है वह भी आचार संहिता में.
इस प्रकार की कई और अन्य मुद्दे हैं
इसी प्रकार टोपी का मामला पिछले वर्ष भी आया था जब आबकारी विभाग की टीम डमरू खैरी गांव में गई थी जहां पर कच्ची महुआ शराब बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई की गई थी वहां जिनके घर कार्यवाही की गई थी उनके द्वारा सत्यनारायण चेलक के द्वारा थाने में इस प्रकार शिकायत किया गया था कि अधिकारी के द्वारा उनके यहां 52000 की चोरी की गई थी चोरी की लापरवाही में अपना टोपी घर में ही भूल गया था. जिसक़ी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया.
भूपेश बघेल के शासनकाल में भेंट मुलाकात में किया गया था शिकायत
मामला यहां तक बढ़ गया था कि जब कांग्रेस की शासन काल थी तो भूपेश बघेल जी के द्वारा भेंट मुलाकात का कार्य काम समस्त विधानसभा क्षेत्र में दो-दो जगह किया गया था जिसमें सत्यनारायण चेलक जो की उसकी पत्नी भाजपा से जनपद सदस्य थी. जिस पर माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा कहा गया था की जांच करने के बाद कार्यवाही की जाएगी जो अब तक कार्यवाही नहीं हुई है.अब देखते हैं भाजपा की शासन काल में जो की डबल इंजन की सरकार है वहां इस प्रकार की शिकायतों का कार्यवाही किस तरीके से किया जाता है. क्योंकि लगातार लेनदेन व अवैध वसूली की शिकायतें लोग लगातार कर रहे हैं अब देखते हैं की इस प्रकार बेपरवाह अधिकारी कर्मचारी शासन प्रशासन क्या एक्शन लेते हैं.